खँडहर ? Delhi Election and Dramas?
07.02.2025
Van और खँडहर?
कैसा शौर आ रहा है ये?
4?
5?
6?
7?
7 कड़ियों पे चौखट धर दी? और दूसरी तरफ? वही काला पाइप खूँटी पे टँगा पड़ा है, अभी तक।
चाचा भतीजा।
नमस्ते भैया।
नमस्ते।
आज फिर यहाँ कुछ काम होना है?
हाँ, करवा देते हैं थोड़ा-सा।
भतीजा आज दूर-दूर है। फ़ोन पे लगा हुआ है। कोई नमस्ते या बात नहीं।
और लो जी।
सुबह से श्याम तक 3 ट्रॉली रेत ही पड़ा है। अब तसलों से ढोएंगे तो?
दो औरतें और दो आदमी झाँसी से ?
एक महारा सतीश खाती?
और?
श्याम को वो 7 कड़ियों पे चौखट और काला पाइप खूँटी पे टँगा हुआ भी हटा दिया?
08. 02. 2025
आज फिर 2 ट्रॉली रेत पड़ा, जो की गधों ने डाला। Donkey Route?
एक बड़े से साइज की अजीबोगरीब चौखट भी बाहर आ गई है, बाहर एक पानी की टँकी रखी है, उसके पास।
पानी की निकासी के लगे हुए पाइप अंदर सॉल में आ गए हैं। सिर्फ एक अभी भी अंदर है।
और लो जी डंकी परिणाम हाज़िर है?
09.02.2025
आज फिर Donkey Route? चालू है? मगर आज मोदी साइड से नहीं। डालमियाँ विभाग साइड से।
(No offence or defence खास तरह के नाम राजनीती से निकल कर आते हैं, खास कोढों के साथ।)
वो एक बचा हुआ पानी की निकासी का पाइप भी, अब सॉल में आ गया है।
बाहर सब बची-खुची कड़ियाँ और उनके ऊप्पर चौखट बाहर आ गई है।
वो बड़े से साइज की अजीबोगरीब चौखट, अब दूसरी तरफ चली गई है। समँदर दादा के घर की तरफ।
क्या है ये सब? और मैं इसे इतने ध्यान से क्यों देख रही हूँ या आपके लिए लिख रही हूँ? सुना है, ये राजनीतिक Day by Day Process है। जो कुछ हर रोज आपके आसपास घटता है। वो सब देखने, सुनने या समझने में कितना ही सामान्य-सा होते हुए भी, किसी न किसी राजनीतिक पार्टी का एजेंडा होता है? या सिर्फ कहीं कुछ चल रहा है, उसको संकेतों में दिखाने की कोशिश भर? या शायद अपने अनुसार हेरफेर कर बढ़ाना-चढ़ाना या अपने अनुसार बदलाव करना? कुर्सियाँ पाने की लिए नंबरों की दौड़?
इस नंबरों की दौड़ में सभी लगे हुए हैं? मगर, बिना ये जाने की इस दौड़ में आपका, आपके अपनों का या आपके आसपास का कितना फायदा या कितना नुकसान है?
Process हर जगह है। तरीका या method किसी भी काम को करने का। कुछ पुराने तरीके, कुछ नए, कुछ दोनों के बीच के। ये Process या किसी भी काम को करने का तरीका या Method आपके घर के कितने ही कामों में है। खेत-खलिहानों में है। और स्कूल, कॉलेज या ऑफिस में भी।
जन्म और मर्त्यु में भी। स्वास्थ्य और बीमारी में भी। आगे बढ़ने और पिछड़ने में भी। तो आपको जो या जैसी ज़िंदगी चाहिए, उसके लिए काम करो। इन राजनितिक पार्टियों के लिए नहीं। ये राजनितिक पार्टियाँ कमीशन-खोर हैं। फिर चाहे वो कोई भी पार्टी है। ये आपको सिर्फ फायदा चढ़ा-बढ़ाकर दिखाती हैं। नुकसान हमेशा छुपा कर। इसलिए अपने आसपास की राजनीती को समझना भी जरुरी होता है। जानने की कोशिश करते हैं आगे।
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