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 जाने क्यों ये विडियो बार-बार मेरे यूट्यूब पर आ रहे हैं? कह रहे हों जैसे, सुनो हमें? जाने क्यों लगा, की ये तो रौचक हैं      प्रशांत किशोर  V...

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Sunday, February 9, 2025

ABCDs of Views and Counterviews? 29

पुनर्जन्म? 

राजनितिक भी होते हैं। और टेक्नोलॉजिकल भी। और दोनों की खिचड़ी पकाकर भी। पुनर्जन्म, वैसे नहीं होते, जैसे आम आदमी आमतौर पर सोचता है। या राजनीती की सुरंगे जैसे, समाज में फैलाती हैं। 

ऐसे ही जैसे जुड़वाँ बच्चे। जुड़वाँ शहर। जुड़वाँ नाम? जुड़वाँ टेक्नोलॉजी। 

जुड़वाँ टेक्नोलॉजी? जैसे Digital Twins. या Physical Twins बनाना टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके।   

इसे हम बच्चों की भाषा में सिर्फ नाम से भी समझ सकते हैं। और एक जैसे से दिखने वाले आदमियों, जीवों या निर्जीवों से भी। जैसे विजय? वैसे तो ये लड़के का नाम होता है। इसलिए कोई लड़का भी हो सकता है और थोड़े विरले केसों में लड़की भी। ऐसे ही जैसे दीपक, सुमन। 

एक ही नाम के कई अलग-अलग इंसान? मगर, नाम के अलावा शायद कुछ नहीं मिलता? या शायद थोड़ा बहुत कुछ मिलता भी हो? जैसे वीर, भाई को भी बोलते हैं और वीरता को भी। या वीर किसी बच्चे का नाम भी हो सकता है और बड़े का भी। वो आपके आसपास भी हो हो सकता है और बहुत दूर भी।     

या फिर ऐसे से कुछ कोड भी हो सकते हैं, जैसे 

Vi R इसके आगे और कोई कोड भी हो सकता है या हो सकते हैं। जैसे Virender Sehwag या Virender Singh खेलों के मैदान से।  

या जैसे Vir Das, Comedian  

या Vir Sanghvi, Journalist   

या शायद?    

जुड़वाँ? राजनितिक जुड़वाँ? या बहरुपिये? या एक नाम, अलग-अलग जगहों से, अलग-अलग क्षेत्रों से और हर कोई अपने आपमें अनोखा? क्यूँकि, बायो के हिसाब से तो एक जैसे दिखने वाले जुड़वाँ भी बिलकुल एक जैसे नहीं होते। कम से कम Molecular स्तर पर। और Physiological स्तर पर भी। और भी कितने ही स्तरों पर। क्यूँकि, उनका एनवायरनमेंट और उसको झेलने या उसके साथ एडजस्ट करने का तरीका एक नहीं होता।   

ये Twin Technology क्या है? और कहाँ-कहाँ प्रयोग होती है?

जुड़वाँ पैदा करने में। अब ये जुड़वाँ बच्चों से लेकर, किसी भी तरह की मशीन या फिर बहुरुपिए से फेस-मास्क तक हो सकते हैं। और ये टेक्नोलॉजी  सिर्फ बायोलॉजी के ही अलग-अलग विषयों में प्रयोग नहीं होती, बल्की, और भी बहुत से विषयों में भी प्रयोग होती है।   

ये सिर्फ ऑनलाइन भी हो सकता है और ऑफलाइन भी।  

जैसे आपने आजकल काफी Online Arrest या Fraud और उससे सावधानी के बारे में कहीं न कहीं सुना या देखा तो जरुर होगा? अगर पढ़ा नहीं होगा तो? जैसे पीछे मैंने Online Loan Fraud के बारे में लिखा। One Click Loan. ये लोन की बजाय और कुछ भी हो सकता है। जैसे ऑनलाइन इन्फ्लुएंस होकर फ्रॉड शादी या खरीददारी? और भी कितनी ही तरह के ऑनलाइन धोखे हो सकते हैं। तो उसे Arrest कहेंगे या Attack? या Help? किसी सॉफ्टवेयर का प्रयोग करके, आपके लिए किसी तरह का डिज़ाइन बनाना? जहाँ बहन भाई, माँ बेटा, बुआ भतीजा जैसे रिश्तों की शादी का डिज़ाइन हो? या करवाने की कोशिश हो? या सिर्फ आपका पैसा, प्रॉपर्टी, नौकरी, रिश्ते-नाते, जमा पूँजी या रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली सुविधाएँ तक रोकने या छीनने की कोशिश हो? संभव है? या आसपास उदहारण भरे पड़े हैं?   

जैसे Online Arrest या Fraud है, वैसे ही ऐसे-से ही डिज़ाइन का प्रयोग करके, Offline या Physical Arrest भी हो सकता है? Whatever type, why without any information? Without information is known as attack or arrest? किसी भी टाइप का अरेस्ट, वो भी बिना गुनाह बताए या धोखे से या जाल में फँसाकर? क्यों?

ऐसे ही वो लोगों को उनकी जानकारी के बिना Physically या Mentally Arrest करते हैं। जिनका उद्देश्य आपकी सेहत से खेलना होता है। आपको बीमार करना होता है। या शायद दुनियाँ से ही उठाना भी। कैसे? महारे बावली बूचाँ के अड्डे, अर घणे श्याणे? वही सब देख समझकर लिखा जा रहा है। सबसे बड़ी बात, इस जाल में सिर्फ कम पढ़ा लिखा ही नहीं, बल्की, अच्छे खासे पढ़े लिखे Bioprocessing और Microbiology, Genetics, Biochemistry या Chemistry तक के subject experts हैं। या यूनिवर्सिटी या मेडिकल तक में लगे हुए प्रोफेसर्स। ज्यादातर जानकारी के अभाव में? ऐसे कैसे? आज के दौर में टेक्नोलॉजी जितनी तेजी से आगे बढ़ रही है, उस गति से उसके दुष्परिणामों की जानकारी या उसे रोकने के तरीके नहीं? ज्यादातर विषयों के जानकार अपने विषय तक सिमित होते हैं। उन्हें किसी भी टेक्नोलॉजी का, उसी जैसा-सा कॉपी डिज़ाइन, दूसरे विषयों में या समाज या सिस्टम तक डिज़ाइन करने में हो सकता है या हो रहा है, इसका अहसास तक नहीं होता।  

सबसे बड़ी बात, जिनके पास ये जानकारी है या जिन्हें इस जानकारी का फायदा है, वो चाहते भी नहीं, की ये सब इन अपने-अपने विषयों के जानकारों तक को इतनी आसानी से पता चले? वो क्यों चाहेंगे? या शायद कुछ एक अपनी ज़िंदगियों को खतरे में रख कर भी, कहीं न कहीं लीक कर रहे हैं? हर जगह, हर क्षेत्र में हर तरह के लोग हैं?

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