क्या धोखाधड़ी? जालसाज़ी? हेराफेरी? का नाम ही मानव-रोबॉटिकरण है?
Fraud? Fraud? Fraud?
धोखाधड़ी? जालसाज़ी? हेराफेरी?
बाजार आपकी ज़िंदगी या भविष्य तय करता है? रिश्ते भी?
कैसे रिश्ते होंगे वो? बाज़ारू? धंधा? ये नाम बुरा लगे तो कोई बढ़िया-सा नाम आप दे दें?
अगर आप मेरा ब्लॉग रैगुलर पढ़ते हैं तो पीछे कहीं पढ़ा होगा की आईसीआईसीआई बैंक की एक सुविधा से ये सब समझने की कोशिश में एक लिंक पर क्लिक कर दिया और अकॉउंट खोल लिया। शेयर बाजार और ट्रेडिंग क्या होती है? लेकिन पहले कभी पढ़ा नहीं और कभी शेयर लिए नहीं, तो कुछ समझ नहीं आया। अकॉउंट एक-दो बार ऐसे ही खोला, और बंद कर दिया। फिर सोचा, छोटा-मोटा कोई शेयर लेने में क्या जाता है? ज्यादा से ज्यादा, जो थोड़े बहुत पैसे आप लगाओगे, वही तो जाएँगे?
मगर ये क्या? मुझे लगा मैंने क्लिक ही नहीं किया उस शेयर के लिंक पर, और वो शेयर मैंने ले लिया? मैंने ले लिया? ऐसा मेरा अकॉउंट दिखा रहा था। मगर मुझे लग रहा था, मैंने तो क्लिक ही नहीं किया। फिर? अपने आप हो गया? अकॉउंट मैंने खोला हुआ है और उसे चला कोई और रहा है? कहीं और ही बैठकर?
क्या धोखाधड़ी? जालसाज़ी? हेराफेरी? का नाम ही मानव रोबॉटिकरण है? वो जो आपने नहीं किया, मगर दिखाया ऐसा जा रहा है, की आपने किया है?
जानने के लिए मैंने एक और शेयर को देखना शुरु कर दिया। मगर ये क्या? ये तो किसी शेयर पर अपने आप क्लिक होकर फिर से मैंने वो शेयर ले लिया, दिखा रहा था?
और मैंने एक बार और कोशिश की जानने की। गड़बड़ घौटाला? नहीं घौटाले?
सबसे अहम, ये सिर्फ ऑनलाइन नहीं है। आपकी ज़िंदगी के हर पहलु के साथ है। आपकी क्यों लिखा यहाँ? कहाँ मेरा अकॉउंट और कहाँ आप सब? हम तो शायद जानते भी ना हों एक दूसरे को? पता ही नहीं कौन-कौन पढता है ये ब्लॉग? आज की टेक्नोलॉजी की चालों ढालों से अंजान हर इंसान के साथ ऐसा हो रहा है।
फिर क्या ये अहम है, की मैंने कौन-कौन से शेयर लिए? या किसी ने मेरे अकॉउंट से, मेरे खाते से ,वो शेयर लिए जो मुझे पसंद ही नहीं? कौन हैं ये लोग जिन्होंने ऐसा किया है? भारत के ही किसी कौने में ही बैठे कुछ लोग? या दुनियाँ के किसी और ही कौने से हो रहा है ये सब?
जानते की कोशिश करते हैं आगे, कुछ ऐसे ऐसे कारनामों के बारे में।
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